‘अवदान’, ‘भंगिमा’, ‘बतौर’, ‘अन्यतम’, ‘बेजोड़’ : उत्पत्ति, अर्थ, व्युत्पत्ति और साहित्यिक संदर्भ
इस लेख में पाँच महत्वपूर्ण हिंदी शब्दों— अवदान, भंगिमा, बतौर, अन्यतम, बेजोड़— की उत्पत्ति, अर्थ, व्युत्पत्ति, वाक्य-प्रयोग और साहित्यिक संदर्भ सरल भाषा में प्रस्तुत किए गए हैं। यह सामग्री स्कूल और कॉलेज परीक्षाओं में अत्यंत उपयोगी है।
1. अवदान
उत्पत्ति / व्युत्पत्ति
‘अवदान’ संस्कृत के शब्द अवदानम् से बना है, जिसका अर्थ है— दान, योगदान, उपकार या महत्वपूर्ण कार्य।
अर्थ
- योगदान
- महत्त्वपूर्ण कार्य
- सेवा या कर्तव्य-निष्ठ कार्य
वाक्य-प्रयोग
- स्वतंत्रता संग्राम में उनके अवदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
- समाज-सेवा के क्षेत्र में उनका अवदान अत्यंत उल्लेखनीय है।
साहित्यिक संदर्भ
साहित्य में ‘अवदान’ शब्द का प्रयोग प्रायः किसी व्यक्ति के व्यापक, महत्वपूर्ण या ऐतिहासिक योगदान के लिए होता है। यह शब्द विशेषतः निबंधों, जीवन-चरित्रों तथा ऐतिहासिक रचनाओं में मिलता है।
2. भंगिमा
उत्पत्ति / व्युत्पत्ति
‘भंगिमा’ संस्कृत शब्द भङ्गिमा से निकला है। ‘भङ्ग’ का अर्थ है— टूटना, मोड़; और ‘भंगिमा’ का अर्थ है— देह की मुद्रा, चाल-ढाल या मुख-मुद्रा।
अर्थ
- मुद्रा
- हाव-भाव
- शरीर की विशेष स्थिति
वाक्य-प्रयोग
- उसकी मुस्कान और भंगिमा से उसके मन का भाव स्पष्ट हो गया।
- नृत्यांगना की भंगिमाएँ अत्यंत मनमोहक थीं।
साहित्यिक संदर्भ
कविता, कहानी और नाटक में पात्रों के हाव-भाव और मन:स्थिति को व्यक्त करने के लिए ‘भंगिमा’ का प्रयोग बड़ी बारीकी से किया जाता है। यह पात्रों के भाव-प्रदर्शन का महत्वपूर्ण साधन है।
3. बतौर
उत्पत्ति / व्युत्पत्ति
‘बतौर’ शब्द फारसी/उर्दू मूल का है। ‘बतौर’ का मूल अर्थ— के रूप में या की حیثیت से।
अर्थ
- के रूप में
- के तौर पर
वाक्य-प्रयोग
- वह मुझे बतौर मित्र बहुत प्रिय है।
- उन्होंने मुझे बतौर प्रतिनिधि वहाँ भेजा।
साहित्यिक संदर्भ
साहित्य में ‘बतौर’ शब्द का उपयोग पात्रों की भूमिका, पहचान या भावात्मक स्थिति को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। आधुनिक गद्य और कहानी साहित्य में यह शब्द अधिक मिलता है।
4. अन्यतम
उत्पत्ति / व्युत्पत्ति
‘अन्यतम’ संस्कृत शब्द अन्यतम से बना है। ‘अन्य’ का अर्थ है— दूसरा / भिन्न; और ‘तम’ श्रेष्ठता का बोध कराता है।
अर्थ
- सबसे अलग
- सबसे विशिष्ट
- श्रेष्ठतम / प्रमुख
वाक्य-प्रयोग
- वह हमारे विद्यालय के अन्यतम विद्यार्थियों में से एक है।
- यह उपन्यास हिंदी साहित्य की अन्यतम कृतियों में गिना जाता है।
साहित्यिक संदर्भ
‘अन्यतम’ शब्द का प्रयोग साहित्य में श्रेष्ठता, विशिष्टता तथा महत्व को रेखांकित करने के लिए किया जाता है। यह शोध, आलोचना, निबंध और समीक्षा लेखन में खूब मिलता है।
5. बेजोड़
उत्पत्ति / व्युत्पत्ति
‘बेजोड़’ शब्द ‘बे’ (अभाव सूचक) + ‘जोड़’ (समानता/समान दर्जा) से बना है। इसका अर्थ है— जिसका कोई जोड़ न हो।
अर्थ
- अद्वितीय
- अतुलनीय
- सर्वश्रेष्ठ
वाक्य-प्रयोग
- उनकी कला बेजोड़ है।
- यह प्रदर्शन अपनी तरह का बेजोड़ उदाहरण है।
साहित्यिक संदर्भ
साहित्य में ‘बेजोड़’ शब्द का प्रयोग किसी रचना, शैली, चरित्र-चित्रण या भाषा की विशिष्टता को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। यह विशेष रूप से प्रशंसा और आलोचना दोनों संदर्भों में प्रयुक्त होता है।
परीक्षा हेतु सार-संक्षेप
- अवदान — योगदान / संस्कृत
- भंगिमा — मुद्रा / संस्कृत
- बतौर — के रूप में / उर्दू-फ़ारसी
- अन्यतम — श्रेष्ठ/भिन्न / संस्कृत
- बेजोड़ — अद्वितीय / हिंदी बोलचाल से
ये पाँचों शब्द भाषा, साहित्य और परीक्षा— तीनों में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
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