उल्लास (ULLAS) शब्द का फुल फॉर्म क्या है? इस कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी

उल्लास शब्द का फुल फॉर्म (ULLAS Full Form)

'उल्लास' शब्द का फुल फॉर्म

Understanding Lifelong Learning for All in Society है―

हिन्दी में इसका अर्थ है ― समाज में सभी के लिए आजीवन सीखने की समझ।

अर्थ विश्लेषण ― प्रौढ़ शिक्षा का एक ऐसा कार्यक्रम है जो समाज के समस्त वर्गों के लिए पूरे जीवनकाल अर्थात जीवनपर्यंत सीखते रहने के अवसर देते हुये सीखने के प्रति समझ विकसित करता है।

यह कार्यक्रम, जिसे नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के नाम से भी जाना जाता है, केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजना है जिसका उद्देश्य प्रौढ़ शिक्षा के सभी पहलुओं को कवर करना है।


उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम : एक परिचय

उल्लास - नवभारत साक्षरता कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की सिफारिशों के अनुरूप है। इसका मुख्य लक्ष्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के उन सभी वयस्कों को साक्षरता और संख्या ज्ञान के अवसर प्रदान करना है जो किसी कारणवश औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर सके। यह केवल साक्षरता तक सीमित नहीं है, बल्कि एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हुए नागरिकों को आजीवन सीखने के लिए सशक्त बनाने पर केंद्रित है।


उद्देश्य और घटक

इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के असाक्षरों को इस तरह से साक्षर करना है कि वे एक सशक्त व्यक्तित्व बन सकें और देश के विकास में योगदान दे सकें।

इस कार्यक्रम के तहत निम्नलिखित पाँच व्यापक घटक शामिल हैं―

  1. बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (Foundational Literacy and Numeracy) ― इसमें पढ़ना, लिखना और बुनियादी अंकगणितीय कौशल सिखाना को शामिल किया गया है।
  2. महत्वपूर्ण जीवन कौशल (Critical Life Skills) ― इसमें वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, स्वास्थ्य देखभाल और जागरूकता, बाल देखभाल और शिक्षा, और परिवार कल्याण जैसे आवश्यक कौशलों को शामिल किया गया है।
  3. व्यावसायिक कौशल (Vocational Skills) ― स्थानीय रोजगार प्राप्त करने के लिए नवसाक्षरों को कौशल विकास के अवसर प्रदान करना उद्देश्य है।
  4. बुनियादी शिक्षा (Basic Education) ― औपचारिक शिक्षा प्रणाली के अनुरूप समकक्षता (equivalency) प्रदान करना उद्देश्य है।
  5. सतत शिक्षा (Continuing Education) ― कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, संस्कृति, खेल और मनोरंजन सहित रुचि के विभिन्न विषयों में समग्र वयस्क शिक्षा पाठ्यक्रम प्रदान करना उद्देश्य है।

कार्यान्वयन की मुख्य विशेषताएँ

  1. स्वयंसेवा (Volunteerism) ― यह योजना मुख्य रूप से स्वयंसेवा की भावना या 'कर्तव्य बोध' पर आधारित है। शिक्षित नागरिक 'अक्षर साथी' के रूप में स्वेच्छा से असाक्षरों को पढ़ाते हैं।
  2. डिजिटल माध्यम (Digital Mode) ― कार्यक्रम का कार्यान्वयन हाइब्रिड (ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों) मोड में किया जा रहा है।
  3. ULLAS मोबाइल ऐप और पोर्टल ― शिक्षार्थियों और स्वयंसेवकों के पंजीकरण के लिए एक मोबाइल ऐप उदाहरण के लिए (राज्य शिक्षा केन्द्र मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा जारी NILP_MP और वेब पोर्टल rskmp.in) उपलब्ध कराया गया है। यह ऐप ऑनलाइन शिक्षण, सीखने और मूल्यांकन प्रणाली के लिए एक डिजिटल गेटवे के रूप में कार्य करता है।
  4. मूल्यांकन और प्रमाणन ― सीखने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद, शिक्षार्थी मूल्यांकन परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। उत्तीर्ण नवसाक्षरों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS – National Institute of Open Schooling) द्वारा साक्षरता परीक्षा का प्रमाण-पत्र जारी किया जाता है।
  5. लक्ष्य समूह ― इस योजना में 2022-23 से 2026-27 की अवधि के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के पाँच करोड़ असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य रखा गया है।

सार ― उल्लास कार्यक्रम केवल साक्षरता प्रदान करने से कहीं अधिक है; यह 'जन जन साक्षर' के दृष्टिकोण के साथ एक राष्ट्रीय आंदोलन है। यह देश के नागरिकों को सशक्त बनाने और उन्हें राष्ट्रीय विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे सम्मान और आत्मविश्वास के साथ जीवन जी सकें।